मराठी कविता संग्रह

मुझसे पिछले बरस की बात न कर

17:23 सुजित बालवडकर 1 Comments Category :

पूछ अगले बरस में क्या होगा
मुझसे पिछले बरस की बात न कर
यह बता हाल क्या है लाखों का
मुझसे दो-चार-दस की बात न कर

यह बता क़ाफ़िले पै क्या गुज़री?
महज़ बाँगे-जरस की बात न कर
क़िस्सए-शैख़े-शहर रहने दे
मुझसे इस बुलहबिस की बात न कर

- स्वर्गीय पंडीत बालमुकुंद "अर्श" मलसियानी



संदर्भ - यामधील पहिला शेर माझ्या वाचनात आला तो सुरेश भट यांच्या एल्गार या कवितासंग्रहाच्या प्रस्तावनेमध्ये.

RELATED POSTS

1 अभिप्राय

  1. Reblogged this on हिन्दी कविता संग्रह and commented:
    पूछ अगले बरस में क्या होगा
    मुझसे पिछले बरस की बात न कर
    यह बता हाल क्या है लाखों का
    मुझसे दो-चार-दस की बात न कर

    ReplyDelete