मराठी कविता संग्रह

एक तलाश............जिंदगी की.. कुछ अपनो की

01:37 सुजित बालवडकर 0 Comments Category :

तुम्हे देने के लिये
आज मेरे पास कुछ भी नही
हा एक लम्हा है
गुजरे ह्ए अपने यादों का
वोही तो सहारा है
मेरे जीने का...
वो भी मांगोगी
तो मना नही करुंगा
बस एक दुआ जरुर देना
मेरे कब्र पे आके
के इस बार तो में सो लू
बरसो से जागा हु तेरी याद में.....

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